भारत इंफो : जालंधर के भार्गव कैंप स्थित विजय ज्वैलर्स लूट केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि लूट के आरोपियों को अजमेर में एक टीचर गौरव ने अपने कमरे में पनाह दी थी। पुलिस ने गौरव को गिरफ्तार कर लिया है। गौरव साइंस और मैथ का टीचर है और आरोपी कुशल, गगन और करण लूट की वारदात के बाद उसके पास ही छिपे हुए थे।
लुटेरों को शरण देने वाला भी बराबर का दोषी – पुलिस
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अपराधियों को छिपाने या मदद करने वाला व्यक्ति भी उतना ही दोषी होता है जितना अपराध करने वाला। गौरव पर आरोप है कि उसने आरोपियों को लूट के बाद न सिर्फ ठहराया, बल्कि पुलिस की पकड़ से बचाने की भी कोशिश की। अब चारों आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है, ताकि लूटे गए गहनों, नकदी और वारदात में इस्तेमाल हथियारों की बरामदगी की जा सके।
तीनों आरोपी अजमेर से पकड़े गए थे
सोमवार को जालंधर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि पुलिस टीम ने तीनों मुख्य आरोपियों को राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार किया है। उन्हें जालंधर लाया गया और अदालत में पेश कर रिमांड मंजूर करवाया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान लूट की रकम और हथियार बरामद किए जाएंगे।
30 अक्टूबर को हुई थी बड़ी वारदात
यह लूटकांड 30 अक्टूबर की सुबह हुआ था, जब तीन हथियारबंद लुटेरों ने विजय ज्वैलर्स की दुकान में धावा बोल दिया था। उन्होंने दुकान मालिक दीपक को पिस्टल दिखाकर धमकाया और गहने व नकदी लूटकर फरार हो गए। पूरी घटना दुकान में लगे CCTV कैमरों में कैद हुई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई।