भारत इंफो : दशहरे के दिन जालंधर में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर तीखे सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां 15 लाख रुपये की जुआ लूट के मामले में वांटेड चल रहे एक आरोपी ने सरेआम दशहरे का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया और मंच पर जालंधर पुलिस के एक डीएसपी को सम्मानित भी किया।
मामला तब गर्माया जब आरोपी के साथ डीएसपी की सम्मान लेते हुए तस्वीरें वायरल हो गईं, जिसके बाद जालंधर पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है।
4दिन पहले की लूट का आरोपी, मंच पर घूमता रहा
वांटेड आरोपी की पहचान आदमपुर निवासी दविंदर उर्फ डीसी के रूप में हुई है। दविंदर डीसी पर शनिवार 27 सितंबर की आधी रात को दौलतपुरी इलाके में अपने साथी चिंटू के साथ मिलकर करीब 15 लाख रुपये की जुआ लूट करने का आरोप है।
पुलिस की लापरवाही
हैरान करने वाली बात यह है कि इस गंभीर वारदात को हुए अभी महज चार दिन ही बीते थे और आरोपी खुलेआम दशहरे के आयोजन में ‘दशहरा कमेटी आदमपुर का प्रधान’ बनकर घूम रहा था। दशहरे के इस मंच पर आरोपी दविंदर डीसी के साथ AAP नेता पवन कुमार टीनू भी मौजूद थे। इस दौरान जब आरोपी ने डीएसपी को सम्मानित किया तो पुलिस अधिकारी ने खुशी-खुशी सम्मान स्वीकार कर लिया।
डीएसपी ने मामले पर दी सफाई
हालांकि फोटो वायरल होने के बाद जब बवाल मचा तो सम्मानित हुए डीएसपी ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें बिल्कुल पता नहीं था कि जिस व्यक्ति के हाथों वह सम्मान ले रहे हैं, वह पुलिस का वांटेड अपराधी है। यह घटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है।