भारत इंफो, डेस्क : कांग्रेस नेता राहुल गांधी पंजाब दौरे पर रहे। सुबह करीब साढ़े 9 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले घोनेवाल गांव का दौरा किया। वहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर डूबी फसलें, टूटे घर और हालात का जायजा लिया। साथ ही गुरुद्वारा बीड़ बाबा बुड्ढा साहिब में माथा टेककर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बाढ़ पीड़ित इलाकों का किया दौरा
इसके बाद राहुल गांधी गुरदासपुर के गुरचक्क गांव पहुंचे। उन्होंने उस क्षेत्र का निरीक्षण किया, जहां बांध टूटने के कारण खेत और घर जलमग्न हो गए थे। किसानों से बातचीत की और ट्रैक्टर पर सवार होकर खुद को प्रभावित क्षेत्र की वास्तविक स्थिति का अनुभव किया। राहुल गांधी ने करीब आधा किलोमीटर ट्रैक्टर की मदद से प्रभावित इलाके का दौरा किया।
बॉर्डर के पास गांवों को जाने नहीं दिया गया
फिर उन्होंने दीनानगर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। राहुल गांधी पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक स्थित सात गांवों में जाना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से अधिकारियों ने उन्हें आगे जाने से मना कर दिया। इसके बाद वे वापस लौट गए। इस दौरान मीडिया से उन्होंने कोई बातचीत नहीं की।
राहुल गांधी के साथ पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पंजाब कांग्रेस इंचार्ज भूपेश बघेल और विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा भी मौजूद रहे।
पंजाब में बाढ़ की भयावह स्थिति, सरकार पर दबाव
पंजाब में बाढ़ के कारण 23 जिलों के लगभग 2,097 गांव प्रभावित हो चुके हैं। लगभग 1,91,926 हेक्टेयर में फसलें डूब चुकी हैं। अब तक 15 जिलों में कुल 52 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
6 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब का दौरा कर राहत कार्यों के लिए 1,600 करोड़ रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया था। हालांकि पंजाब की मान सरकार ने इसे पर्याप्त नहीं बताया है। इस बीच राहुल गांधी का दौरा राज्य सरकार पर राजनीतिक दबाव बढ़ाने के रूप में देखा जा रहा है।