इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले के बाद श्रीलंका क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा बीच में ही रद्द कर दिया है। टीम के आधे से ज्यादा खिलाड़ी और अधिकारी स्वदेश लौट चुके हैं। इस फैसले से पाकिस्तान की एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी हुई है।
सुरक्षा का वादा, फिर भी नहीं माने खिलाड़ी
हमले के बाद पाकिस्तान सरकार ने श्रीलंकाई टीम को पूरी सुरक्षा देने का भरोसा दिया था। गृहमंत्री और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी खुद खिलाड़ियों से मिले और उन्हें दौरा जारी रखने के लिए मनाने की कोशिश की। इसके बावजूद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने सुरक्षा पर भरोसा नहीं जताया और देश लौटने का फैसला किया।
तीन मैचों की वनडे सीरीज अधूरी रही
श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जा रही थी। पाकिस्तान टीम पहले मैच में 6 रन से जीत हासिल कर चुकी थी और 1-0 से आगे थी। दूसरा मुकाबला 13 नवंबर को खेला जाना था, लेकिन इस्लामाबाद में 11 नवंबर को कोर्ट के बाहर हुए हमले के बाद सीरीज रद्द कर दी गई। इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए।
2009 की दर्दनाक यादें फिर ताजा हुईं
यह घटना 16 साल पहले हुए उस हमले की याद दिलाती है, जब मार्च 2009 में लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के पास श्रीलंकाई टीम की बस पर आतंकियों ने गोलीबारी की थी। उस हमले में कई खिलाड़ी घायल हुए थे। तब से लेकर अब तक पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी को लेकर सवाल बने हुए हैं।