भारत इंफो : सोमवार को पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर और अन्य अधिकारियों की बैठक में ऑनलाइन चालान काटने का प्रोजेक्ट फिलहाल रोक दिया गया है।
मीटिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने सी.पी. के सामने डैमो चालान करके दिखाए, और ट्रायल भी पास हो गया। इसके बावजूद, पुलिस प्रशासन का मानना है कि अचानक से ऑनलाइन चालान शुरू करना सही नहीं होगा।
अब क्या करेगी ट्रैफिक पुलिस?
ट्रैफिक पुलिस अब कुछ समय के लिए शहर के लोगों को जागरूक करेगी।
• साइन बोर्ड्स: ज़ेब्रा क्रॉसिंग के बाद, अब शहर भर में साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं जो लोगों को बता रहे हैं कि सीसीटीवी कैमरे एक्टिव हैं और नियम तोड़ने पर उनके ऑनलाइन चालान हो सकते हैं।
• फोकस एरिया: ट्रैफिक पुलिस का ध्यान शहर के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स, भीड़भाड़ वाले चौराहों और जहाँ ट्रैफिक का लोड ज़्यादा रहता है, वहाँ पर ज़्यादा रहेगा।
“नियम थोपा न लगे, इसलिए दे रहे हैं समय”
ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक गुरबाज सिंह ने बताया कि पुलिस चाहती है कि लोगों को यह न लगे कि नियम उन पर थोपा जा रहा है। इसलिए ट्रैफिक पुलिस लोगों को कुछ समय दे रही है ताकि वे ट्रैफिक नियमों की पालना की आदत डाल लें।
उन्होंने लोगों से इन नियमों का पालन करने की अपील की:
• घर से हेलमेट पहनकर निकलें।
• गाड़ी चलाते समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल करें।
• वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें।
• ट्रिपल राइडिंग और हाई स्पीड से बचें।
ए.डी.सी.पी. ने साफ़ किया कि उनकी तैयारी पूरी है और ट्रायल भी सफल हो चुका है। अगर लोग जागरूक नहीं हुए और नियमों का उल्लंघन जारी रहा, तो किसी भी दिन अचानक से ऑनलाइन चालान काटने शुरू कर दिए जाएँगे।
सीसीटीवी सिस्टम की तैयारी
यह बता दें कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 2019 में एक सर्वे के बाद शहर के 188 पॉइंट्स पर 1150 हाई क्वालिटी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इन कैमरों की मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के साथ-साथ स्नैचरों पर भी नज़र रखी जा सकती है। कैमरों का कंट्रोल रूम पुलिस लाइन में बनाया गया है।