भारत इंफो : देश के दवा नियामक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने अपनी हालिया रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। संगठन द्वारा किए गए गुणवत्ता परीक्षण में कुल 112 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं, जिनमें तीन कफ सीरप भी शामिल हैं। चिंताजनक बात यह है कि इन तीन कफ सीरप में से एक नकली पाया गया है।
गंभीर बीमारियों की दवाएं फेल
रिपोर्ट के अनुसार, गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरीं इन दवाओं का उपयोग दिल, कैंसर, शुगर (मधुमेह), हाई बीपी, दमा, संक्रमण, दर्द और सूजन जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में किया जाता है।
CDSCO की जांच में:
- केंद्रीय दवा प्रयोगशाला में 52 दवाएं फेल हुईं।
- राज्य स्तरीय जांच में 60 दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरीं।
इन दवाओं को गुणवत्ता के एक या अधिक पैमानों पर विफल पाया गया है। हालांकि, CDSCO ने स्पष्ट किया है कि यह असफलता केवल उन्हीं बैचों तक सीमित है जिनका परीक्षण किया गया।
राज्यों का हाल
रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे ज़्यादा 49 फेल दवाएं हिमाचल प्रदेश में बनी पाई गईं।
- गुजरात में 16
- उत्तराखंड में 12
- पंजाब में 11
- मध्य प्रदेश में 6
- सिक्किम, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में 3-3
- कर्नाटक, महाराष्ट्र में 2-2
- पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 1-1 दवा फेल हुई।
इसके अलावा, दो कफ सिरप हरिद्वार और हिमाचल के सिरमौर में बने थे, जो गुणवत्ता जांच में विफल रहे।