भारत इंफो : पंजाब के युवाओं में विदेश जाकर अपना भविष्य संवारने की चाहत अक्सर उन्हें सात समंदर पार ले जाती है, लेकिन कई बार यह सुनहरा सपना एक भयानक त्रासदी में बदल जाता है। मानसा जिले के बुढलाडा विधानसभा क्षेत्र से एक ऐसी ही दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां कनाडा के एडमॉन्टन शहर में गोलीबारी की घटना में दो पंजाबी युवकों की जान चली गई।
जन्मदिन की खुशी मातम में बदली
जानकारी के मुताबिक, 22 वर्षीय गुरदीप सिंह और गांव उदात सैदेवाला के 18 वर्षीय रणवीर सिंह सुनहरे भविष्य की उम्मीद में कनाडा गए थे। घटना के समय दोनों युवक अपने कुछ साथियों के साथ एक दोस्त का जन्मदिन मनाने जा रहे थे। जैसे ही वे और उनके 4-5 दोस्त पार्टी में जाने के लिए कार में बैठने वाले थे, तभी अज्ञात हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। इस हमले में गुरदीप और रणवीर की मौके पर ही मौत हो गई।
परिवार का इकलौता सहारा छिना
मृतक गुरदीप सिंह के पिता दर्शन सिंह ने बताया कि उनका बेटा करीब ढाई साल पहले पढ़ाई के लिए कनाडा गया था। उसकी पढ़ाई पूरी हो चुकी थी और वह वर्क परमिट की प्रक्रिया में था। गुरदीप अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और शादीशुदा था। उसकी पत्नी भी जल्द ही कनाडा जाने वाली थी, लेकिन इस हादसे ने पूरे परिवार को बिखेर कर रख दिया है।
फेक कॉल समझकर नहीं हुआ था विश्वास
परिवार को घटना की सूचना सबसे पहले एक फोन कॉल के जरिए मिली, जिसे उन्होंने शुरुआत में फर्जी (Fake Call) समझकर नजरअंदाज कर दिया। हालांकि, बाद में वीडियो कॉल के जरिए जब शव दिखाए गए, तो परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। इस खबर से गांव और आसपास के इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
सरकार से मदद की गुहार
पीड़ित परिवारों ने बताया कि कनाडा पुलिस मामले की जांच कर रही है और हमलावरों की तलाश जारी है, लेकिन अभी तक हत्या की वजह साफ नहीं हो पाई है। इस बीच, दुखी परिजनों ने पंजाब और केंद्र सरकार से अपील की है कि उनके बेटों के शवों को जल्द से जल्द भारत लाने में मदद की जाए, ताकि वे अपने पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार कर सकें।