भारत इंफो : अमेरिका ने इमिग्रेशन और बॉर्डर सिक्योरिटी को कड़ा करते हुए जनवरी से अब तक 85 हजार से अधिक वीजा रद्द कर दिए हैं। US स्टेट डिपार्टमेंट ने यह जानकारी अपने आधिकारिक X अकाउंट पर साझा की। विभाग के अनुसार यह कदम ट्रम्प प्रशासन की आक्रामक इमिग्रेशन कंट्रोल नीति का हिस्सा है। कई वीजा एक्सपायरी, गंभीर मामलों की जांच और आतंकवाद से संभावित संबंधों के कारण भी रद्द किए गए।
8 हजार से ज्यादा स्टूडेंट वीजा रद्द
एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक रद्द किए गए वीजा में 8 हजार से अधिक स्टूडेंट वीजा शामिल हैं। इनमें नशे में वाहन चलाना, चोरी, हमला और अन्य आपराधिक गतिविधियां प्रमुख कारण रहे। पिछले वर्ष भी इसी तरह के अपराध लगभग आधे वीजा कैंसिलेशन के लिए जिम्मेदार थे। अक्टूबर में प्रशासन ने उन व्यक्तियों के वीजा भी रद्द किए थे, जिन पर कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली कर्क की हत्या का जश्न मनाने का आरोप था। इसके साथ ही गाजा संघर्ष से जुड़े विरोध प्रदर्शनों में शामिल इंटरनेशनल स्टूडेंट्स पर भी सख्त निगरानी रखी जा रही है।
देश में रह रहे विदेशियों की जांच होगी और सख्त
अमेरिका में कानूनी रूप से रहने वाले 5.5 करोड़ से अधिक विदेशियों के लिए भी निगरानी तंत्र मजबूत किया जा रहा है। अगस्त में डिपार्टमेंट ने घोषणा की थी कि सभी वैध वीजा धारकों पर लगातार मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया जाएगा ताकि नियमों के उल्लंघन की पहचान तुरंत की जा सके।
H-1B की स्क्रीनिंग भी और कड़ी
इसके अलावा H-1B वीजा आवेदकों के लिए सुरक्षा और डॉक्यूमेंट स्क्रीनिंग प्रक्रिया को भी काफी सख्त कर दिया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार इन सभी कदमों से स्पष्ट होता है कि प्रशासन वीजा फ्रॉड, नियम उल्लंघन और इमिग्रेशन कंट्रोल पर पहले से कहीं अधिक कठोर रुख अपना रहा है।