भारत इंफो : इंडिगो फ्लाइट संकट के कारण बीते सप्ताह यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। लगभग 4500 फ्लाइट्स के कैंसिल होने से देशभर में एयर ट्रैवल व्यवस्था प्रभावित हुई। इसी स्थिति पर केंद्र सरकार ने अब सख्त रुख अपनाया है। सिविल एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू ने स्पष्ट किया है कि इंडिगो की विंटर फ्लाइट शेड्यूल में कटौती की जाएगी और कुछ स्लॉट्स अन्य एयरलाइंस को सौंपे जाएंगे।
स्लॉट कटौती, दूसरी एयरलाइंस को मौका
मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि इंडिगो इस समय प्रतिदिन 2200 से अधिक फ्लाइट्स ऑपरेट कर रही है। मगर मौजूदा संकट और कई दिनों की उथल-पुथल को देखते हुए कंपनी के कुछ स्लॉट अन्य एयरलाइंस को ट्रांसफर किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि भारत के एविएशन सेक्टर में तेजी से बढ़ती मांग और क्षमता को देखते हुए कम से कम पांच मजबूत एयरलाइंस की आवश्यकता है। ऐसे समय में नई एयरलाइंस के लिए बाजार में उतरने का सही अवसर है और उद्योग में तेज़ गति से वृद्धि देखने को मिल रही है।
10 बड़े एयरपोर्ट्स पर अफसरों की विशेष जांच
एविएशन मंत्रालय ने देश के दस प्रमुख एयरपोर्ट्स पर ऑन-ग्राउंड इंस्पेक्शन का आदेश दिया है। इस जांच में डिप्टी सेक्रेटरी, डायरेक्टर और जॉइंट सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी शामिल होंगे।विशेष निरीक्षण अभियान जिन एयरपोर्ट्स पर होगा, उनमें शामिल हैं:मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे, गुवाहाटी, गोवा और तिरुवनंतपुरम।
डीजीसीए नोटिस का जवाब देते हुए इंडिगो ने जताया खेद
इंडिगो ने सोमवार को DGCA को भेजे जवाब में कहा कि उन्हें इस पूरी स्थिति पर खेद है और यात्रियों को हुई असुविधा के लिए माफी मांगते हैं। एयरलाइन ने बताया कि फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) फेज-II से उत्पन्न चुनौतियों पर उन्होंने पहले ही DGCA से बातचीत की थी। कंपनी ने भरोसा दिलाया कि स्थिति को सामान्य करने के प्रयास जारी हैं।