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पंजाब में 68 दिन बाद जिंदा लौटी बेटी, पिता ने हाथ बांधकर फेंक दिया था नहर में

भारत इंफो : पंजाब के फिरोजपुर में 30 सितंबर को सामने आए उस वीडियो ने सभी को झकझोर दिया था, जिसमें एक पिता अपनी 17 वर्षीय बेटी के हाथ बांधकर मां की मौजूदगी में नहर में फेंक देता है। 68 दिन तक पुलिस और परिवार उसे मृत मानकर तलाशते रहे, लेकिन वह अचानक मीडिया के सामने जिंदा पहुंच गई। लड़की ने विस्तार से बताया कि वह कैसे बची और अब अपने पिता को जेल से बाहर क्यों निकालना चाहती है।

नहर में गिरते ही डूबने लगी, चुनरी से खुले हाथ
लड़की ने बताया कि धक्का मिलते ही वह नहर में डूब गई। उसने पैर चलाकर ऊपर आने की कोशिश की और थोड़ी देर के लिए सांस ले पाई। दोबारा डूबने पर उसने हाथ खोलने की कोशिश की और चुनरी में बंधा एक हाथ खुल गया। पानी के भीतर उसका सिर एक लोहे के सरिए से टकरा गया और उसने उसी सरिए को कसकर पकड़ लिया।

आधे घंटे तक सरिया पकड़कर जिंदगी के लिए संघर्ष
लड़की ने लगभग आधे घंटे तक उस सरिए को पकड़े-पकड़े खुद को संभाला। अंधेरा था, पानी का तेज बहाव था और वह पूरी तरह घबराई हुई थी। आखिरकार उसने किसी तरह पैर टिकाने की जगह ढूंढी और खुद को नहर से बाहर खींच लिया।

गीले कपड़ों में आधा किलोमीटर चलकर मिली मदद
नहर से बाहर निकलने के बाद वह गीले कपड़ों में किनारे-किनारे चलते हुए सड़क तक पहुंची। वहां एक स्कूटी पर जा रही महिला ने उसे लिफ्ट दी। ठंड से कांप रही लड़की ने महिला से शाल मांगी और उसी के फोन से अपने परिचितों को संपर्क किया।

लड़की का आरोप: धक्का देने में मां की भूमिका ज्यादा
लड़की ने कहा कि पिता नशे में थे और दवाइयों के प्रभाव में थे। मां ने पिता को उसके खिलाफ भड़काया। हालांकि बाद में वीडियो देखकर पता चला कि मां रो रही थी, लेकिन यह बाहरी दिखावा था। उसने कहा कि पिता से ज्यादा जिम्मेदार मां थी, जिसने माहौल बनाया और पिता ने गुस्से में धक्का दे दिया।

बहनों के भविष्य के लिए सामने आई
लड़की ने बताया कि उसकी तीन छोटी बहनें हैं, जिनके भविष्य को देखते हुए वह सामने आई है। पिता जेल में हैं और वही घर चलाते थे। उसने कहा कि वह कोर्ट जाकर पिता को छुड़वाने की कोशिश करेगी, क्योंकि मां अकेले तीनों बहनों की देखभाल नहीं कर सकती।

मां ने स्वीकार की गलती, कहा-बेटी माफ कर दे
लड़की के लौटने पर मां ने कहा कि उससे गलती हो गई है। उसने बताया कि बेटियां रोज बड़ी बहन को याद कर रोती थीं। घर का खर्च चलाने के लिए उसे दिहाड़ी मजदूरी करनी पड़ रही है। पति जेल में है, जिससे आर्थिक बोझ और बढ़ गया है।

12 दिसंबर को पिता की कोर्ट में पेशी
परिवार को उम्मीद है कि लड़की 12 दिसंबर को पिता की कोर्ट पेशी के दौरान सामने आकर बयान देगी। मां का कहना है कि उसे बेटी के ठिकाने की जानकारी नहीं थी, लेकिन भरोसा है कि वह कोर्ट में आएगी।

पिता ने ‘चरित्र’ को लेकर जताया था शक
घटना से पहले पिता बेटी के चरित्र पर शक करता था और उसके दोस्तों को लेकर नाराज़ रहता था। पड़ोसियों ने भी बताया कि वह बेटियों के साथ सख्ती बरतता था। पुलिस के अनुसार, पिता ने पूछताछ में स्वीकार किया था कि कई बार समझाने के बावजूद बेटी अपनी आदत नहीं सुधार रही थी, इसलिए उसने उसे मारने की कोशिश की।

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