भारत इंफो : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराधों में दोषी पाते हुए फांसी की सजा सुनाई गई है। इंटरनेशनल कोर्ट के इस फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। कोर्ट ने 2024 के छात्र आंदोलन में हुई हत्याओं का मास्टरमाइंड शेख हसीना को ठहराया है।
पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान को भी फांसी की सजा
इसी मामले में बांग्लादेश के पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान को 12 लोगों की हत्या का दोषी पाया गया है। कोर्ट ने उन्हें भी मौत की सजा सुनाई है। तीसरे आरोपी और पूर्व IG अब्दुल्ला अल-ममून को 5 साल की कैद की सजा मिली है।
फैसले के दौरान कोर्ट में मौजूद लोगों ने तालियों के साथ इस निर्णय का स्वागत किया।
2024 के छात्र आंदोलन में 1400 लोगों की मौत
5 जून 2024 को बांग्लादेश हाईकोर्ट ने नौकरियों में 30% कोटा सिस्टम लागू किया था, जो स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के लिए आरक्षित था। लेकिन हसीना सरकार ने बाद में इस सिस्टम को खत्म कर दिया, जिसके बाद देशभर में छात्र आंदोलन भड़क उठा।
प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं, जिसमें 1400 छात्रों की मौत हो गई। बढ़ते विरोध और हिंसा के बीच शेख हसीना ने देश छोड़कर भारत में शरण ले ली थी।