भारत इंफो : सोमवार रात दिवाली के मौके पर हुई आतिशबाजी ने पंजाब की हवा को दमघोंटू बना दिया। राज्य के कई प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में महज चार घंटों के भीतर इतना तेज उछाल आया कि प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया।
4 घंटों में 114 से 500 तक AQI
पर्यावरण निगरानी केंद्रों के आंकड़ों के अनुसार, शाम 8 बजे तक अमृतसर का औसत AQI जहां 114 था, वहीं पटाखों के फूटने के बाद स्थिति तेजी से बिगड़ी।
प्रदूषण का हाल सोमवार रात
अमृतसर: रात 8 बजे AQI 114 था, जो रात 11 बजे तक 325 और अधिकतम (आधी रात तक) 500 तक पहुंच गया।
जालंधर: रात 8 बजे 178 से बढ़कर रात 11 बजे 500 हो गया, और अधिकतम स्तर 500 पर टिका रहा।
लुधियाना: रात 8 बजे 163 से बढ़कर रात 11 बजे 467 हुआ, और अधिकतम स्तर 474 दर्ज किया गया।
बठिंडा: रात 8 बजे 106 से बढ़कर रात 11 बजे 274 हुआ, और अधिकतम स्तर 316 तक पहुंचा।
स्वास्थ्य पर दिखा सीधा असर
रातभर आसमान में धुएं की एक मोटी परत छाई रही, जिसके कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों के अनुसार, कई लोगों को आंखों में जलन, लगातार खांसी और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत हुई। इसका सबसे अधिक असर बुजुर्गों और श्वास रोगियों पर पड़ा है।
आज फिर बढ़ेगी मुश्किलें
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड राज्य में सिर्फ 8 जगहों पर ही हवा की गुणवत्ता की जांच करता है। इनमें से अधिकांश शहरों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। चूंकि आज दिवाली और बंदी छोड़ दिवस दोनों मनाए जा रहे हैं, इसलिए आशंका है कि आज रात भी आतिशबाजी होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके चलते मंगलवार रात को प्रदूषण के स्तर में एक बार फिर बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है।