भारत इंफो : चंडीगढ़ पुलिस ने आखिरकार उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी लाल रंग की थार ने दो दिन पहले दो सगी बहनों को रौंद दिया था। आरोपी की पहचान नेरोशप्रीत सिंह के रूप में हुई है, जो खुद एक लॉ स्टूडेंट है। चौंकाने वाली बात यह है कि नेरोशप्रीत के पिता पंजाब में तहसीलदार के पद पर तैनात हैं।
इस दर्दनाक हादसे में 22 वर्षीय सोजेफ की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि उसकी बड़ी बहन ईशा (24) गंभीर रूप से घायल है और फिलहाल अस्पताल में भर्ती है।
14 चालान वाली लाल थार जब्त
पुलिस ने घटना के बाद आरोपी की लाल रंग की थार को कब्जे में ले लिया था। जांच में खुलासा हुआ कि इस गाड़ी के खिलाफ पहले से ही खतरनाक ड्राइविंग के 14 चालान पेंडिंग थे। इस लापरवाही पर कार्रवाई करते हुए सेक्टर-45 बुड़ैल पुलिस चौकी इंचार्ज गुरजीवन सिंह को पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह सब-इंस्पेक्टर नवीन को नया इंचार्ज नियुक्त किया गया है।
कॉलेज जा रही थीं दोनों बहनें
यह हादसा दो दिन पहले दोपहर करीब 3 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर-46 में हुआ था। मृतका सोजेफ BA की छात्रा थी और उसकी बड़ी बहन ईशा ब्यूटी पार्लर का कोर्स कर रही थी। दोनों बहनें कॉलेज जा रही थीं, तभी तेज रफ्तार थार ने उन्हें कुचल दिया। हादसे के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने दोनों को सेक्टर-32 अस्पताल पहुँचाया, जहाँ डॉक्टरों ने सोजेफ को मृत घोषित कर दिया।