भारत इंफो : श्री गुरु नानक देव जी के आगामी प्रकाश पर्व (गुरुपर्व) से पहले, भारत और पाकिस्तान के बीच सिख श्रद्धालुओं की यात्रा को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। पाकिस्तान सरकार ने भारत से जाने वाली सिख संगत से साफ़ तौर पर कहा है कि वे मूल नानकशाही कैलेंडर (Original Nanakshahi Calendar) की तिथियों के अनुसार ही अपनी यात्रा करें। पाकिस्तान ने स्पष्ट किया है कि गुरुपर्व और अन्य सभी धार्मिक समारोह इसी मूल कैलेंडर के हिसाब से मनाए जाएंगे।
SGPC की तैयारी पर सवाल:
पाकिस्तान की इस अपील के विपरीत, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने संशोधित (नए) नानकशाही कैलेंडर के अनुसार तीर्थयात्रियों को भेजने की तैयारी पूरी कर ली है। SGPC अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा और पंथिक एकता को देखते हुए, तीर्थयात्रा उन्हीं तिथियों पर होगी जो समिति ने तय की हैं।
सिखों में गहराया कैलेंडर विवाद:
इस वजह से सिख समुदाय के बीच एक बार फिर ‘कैलेंडर विवाद’ सुर्खियों में आ गया है। जबकि कई सिख विद्वान मूल नानकशाही कैलेंडर को सिख सिद्धांतों के अधिक करीब मानते हैं, वहीं भारत में अधिकांश श्रद्धालु फिलहाल SGPC द्वारा संशोधित कैलेंडर का पालन कर रहे हैं।
श्रद्धालु असमंजस में:
पाकिस्तान की इस सख्ती के बाद, भारत से जाने वाले सिख जत्थों और श्रद्धालुओं के बीच असमंजस की स्थिति बन गई है कि वे किस कैलेंडर को मानकर यात्रा की तैयारी करें। हालांकि, सिख नेताओं ने आश्वासन दिया है कि आपसी बातचीत के माध्यम से इस कैलेंडर विवाद को सुलझा लिया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को यात्रा में किसी तरह की परेशानी न हो।